IPL 2024: कौन जायेगा Playoff में। किसका होगा पत्ता साफ़।
IPL 2024 का आधा सीजन ख़तम हो चुका हैं। सभी 10 टीमें अपने अपने 8 या 9 मैच खेल चुकी हैं। ऐसे में यह देखना दिलचस्प होगा की अभी जो टीमें टॉप पर बनी हुई हैं, क्या वही Playoff में जाएँगी या कोई टीम नीचे से उठकर ऊपर विराजमान किसी टीम को नीचे धकेलकर टॉप 4 में जगह बना पाएंगी। आइये जानते हैं हर टीम का समीकरण और उनके Playoff में पहुंचने के चांस के बारे में।
राजस्थान रॉयल्स
राजस्थान रॉयल्स के Playoff में पहुंचने के चान्सेस सबसे ज्यादा हैं। टीम एकजुट नजर आती हैं और अलग अलग मौको पर टीम की जीत के अलग अलग हीरो रहे हैं। बटलर 2 शतक मारके ऑरेंज कैप की रेस में बने हुए हैं। पराग भी लगातार रन बना रहे हैं। जरुरत पड़ने पर हेटमायर और पॉवेल भी बड़े शॉट लगा रहे हैं। कप्तान के रूप में सेमसन का प्रदर्शन भी लाजवाब हैं। बोल्ट, चहल और आवेश कसी हुई बॉलिंग कर रहे हैं। राजस्थान के लिए चिंता के विषय इस वक्त बस २ ही खिलाडी बने हुए हैं, जायसवाल और अश्विन। दोनों ही खिलाड़ी अपनी फॉर्म अभी तक तलाश नहीं पाए हैं। जायसवाल के पास रनो का सूखा हैं तो अश्विन के पास विकेटों का। हालांकि पिछले मैच में मुंबई के खिलाफ उन्होंने जबरदस्त शतक जड़ दिया हैं। फिर भी राजस्थान अपने 8 मैचों में 7 जीत के साथ टॉप पर बना हुआ हैं।
बचे हुए मैच – 6
Playoff के लिए चाहिए – 1 जीत और।
चान्सेस – 99% .
कोलकाता नाइट राइडर्स
किंग खान की टीम इस साल किंग माफिक ही खेली हैं। नारायण और साल्ट की धमाकेदार ओपनिंग, यंग रघुवंशी की कुछ आकर्षक पारिया , श्रेयस की कप्तानी पारिया , रिंकू-रसेल की फिनशिंग और बॉलरों की जबरदस्त बॉलिंग, इन सभी कारणों से गंभीर द कोच की कोलकाता इस वक्त दूसरे स्थान पर विराजमान हैं। हाँ गंभीर कोलकाता में वापस आ चुके हैं but as कोच। हालांकि 24 करोड़ी स्टार्क अभी भी टीम के लिए वह परफॉर्मेंस नहीं दे पाए हैं जिसकी उनकी टीम को उनसे उम्मीद रही हैं। पिछले मैच को ही देख ले तो RCB के कर्ण शर्मा ने आखिरी ओवर में स्टार्क को तीन छक्के जड़ दिए और एक पल को लगा की RCB यह मैच निकाल लेगी पर ऐसा हुआ नहीं। फिलहाल कोलकाता 7 में 5 मैच जीतकर दूसरे स्थान पर बना हुआ हैं।
बचे हुए मैच- 7 .
Playoff के लिए चाहिए – 3 जीत और।
चान्सेस – 85% .
Sunrisers Hyderabad
हेदराबाद की टीम तो इस साल अलग ही खेल दिखा रही हैं। रिकार्ड्स तोड़ने वाला सीजन अगर इस आईपीएल सीजन को कहे तो इसका पूरा श्रेय SRH को ही जायेगा। मुंबई के खिलाफ 277 रन, RCB के खिलाफ 287 रन और दिल्ली के खिलाफ 266 रन, ये आकड़े किसी वन डे मैच के नही बल्कि 120 गेंदों के टी20 मैच के हैं। हेदराबाद की बल्लेबाजी रन भरपूर बना रही हैं , ये बात और हैं की उनकी गेंदबाजी 200 से ऊपर रन खा भी रही हैं। ऐसे में अगर किसी दिन बल्लेबाजी फ्लॉप हुई तो हेदराबाद का हारना तय हैं। फिर भी अपनी बल्लेबाजी के दम पर ही सही हेदराबाद अपने 7 में से 5 मैच जीत कर तीसरे स्थान पर बना हुआ हैं।
बचे हुए मैच – 7
Playoff के लिए चाहिए – 3 जीत और।
चान्सेस – 85% .
चेन्नई सुपर किंग्स
चेन्नई का यह सीजन ठंडा गरम रहा हैं। एक मैच जीते फिर एक हारे। चेन्नई अपने होम ग्राउंड पर तो अभी तक 4 में से 3 मैच जीती हैं पर बाहर जाते ही CSK की टीम दोयम दर्जे की नजर आती हैं। बाहर के मैचों में वह बस मुंबई को ही हरा पाया हैं। SRH , LSGऔर दिल्ली से वह बाहर के तीनो मैच हारा हैं। रचिन रविंद्र शुरू के एक दो मैचों में चलने के बाद से खामोश हैं। ऋतुराज रन बना रहे हैं पर उतनी तेजी से नहीं। रहाने का फॉर्म चिंता का विषय हैं। रिज़वी को उतने मौके नहीं मिले हैं कि उनको अभी आँका जाये। दुबे और धोनी जबरदस्त फॉर्म में हैं। दोनों ही बल्लेबाज तेज रन बना रहे हैं, दुबे बीच के ओवरों में तो धोनी आखिरी के ओवरों में खूब रन बटोर रहे हैं। लेकिन बाकी बल्लेबाजो का खराब फॉर्म टीम को आने वाले अहम मुकाबलों में परेशानी में डाल सकता हैं।
बचे हुए मैच – 6
Playoff के लिए चाहिए – 4 जीत और।
चांसेस – 50% .
लखनऊ सुपर जाएंट्स
लखनऊ का भी हाल चेन्नई से जुदा नहीं हैं। इन्होने 8 में 5 जीते और 3 हारे हैं। कभी ऐसी फीकी परफॉरमेंस कि लगे यह टीम बॉटम ऑफ़ द टेबल रहने वाली हैं तो कभी ऐसी की लगे ये तो टॉप 4 की टीम हैं। लखनऊ की बल्लेबाजी ही उनके लिए चिंता का सबब बनी हुई हैं। राहुल, पूरन और स्टोइनिस को छोड़ दे तो बाकि किसी बल्लेबाज ने वैसी परफॉरमेंस नहीं दी हैं जिससे टीम को आत्मविश्वास मिले। टीम को अगर आगे जाना हैं तो डिकॉक, हूडा और बडोनी सरीखे बल्लेबाजों को भी रन बनाने होंगे। गेंदबाजी लखनऊ का मजबूत पक्ष हैं। भले मयंक यादव चोटिल हो , किन्तु फिर भी मोहसिन और बिश्नोई अच्छी गेंद डाल रहे हैं। इसके अलावा यश ठाकुर लखनऊ के लिए सबसे ज्यादा विकेट लेने वालो में पहले नंबर पर हैं।
बचे हुए मैच – 6
Playoff के लिए चाहिए – 3 जीत और।
चान्सेस – 70% .
दिल्ली कैपिटल्स
दिल्ली की टीम हर बार की तरह इस सीजन भी थोड़ा लेट जागी हैं। फ़्रेज़र को टीम में शुरू से खिलाना था। फ्रेज़र के आने से टीम की बल्लेबाजी को मजबूती मिली हैं। देखने में तो दिल्ली की टीम बहुत खतरनाक दिखती हैं जिसमे शॉ और वार्नर सरीखे ओपनर, तीसरे नंबर पर फ़्रेज़र जैसा विस्फोटक बल्लेबाज और उसके बाद मिडिल आर्डर में स्टब्स और पंत। अक्षर पटेल जैसा ऑलराउंडर भी हैं और कुलदीप, मुकेश जैसे गेंदबाज भी। ऐसी टीम देखकर आश्चर्य होता हैं कि यह टीम पॉइंट्स टेबल में छठे स्थान पर हैं। इसका सबसे बड़ा कारण शायद जल्दी बैलेंस्ड 11 ना ढूंढ पाना रहा। देखते हैं आगे ये टीम कहा तक जाती हैं। शायद इस पॉइंट्स टेबल में नीचे की सभी टीमों में से दिल्ली ही हैं जो ऊपर आने का माद्दा रखती हैं।
बचे हुए मैच – 5
Playoff के लिए चाहिए – 4 जीत और।
चान्सेस – 40%.
गुजरात टाइटंस
हार्दिक के जाने के बाद उनकी कमी इस टीम में साफतौर पर नज़र आती हैं। फिर चाहे वह बल्लेबाजी में हो या गेंदबाजी में। शुभमन की कप्तानी में शायद ही कोई कमी हो। अभी तक उन्होंने कप्तान के तौर पर बेहतरीन काम किया हैं। फिर भी इतना काफी नहीं होगा टीम को टॉप 4 तक पहुंचाने के लिए। गुजरात की कमी उनकी बल्लेबाजी हैं। टीम में शुभमन को छोड़ कोई रन नहीं बना रहा हैं।
बचे हुए मैच – 5
Playoff के लिए चाहिए – 4 जीत और।
चान्सेस – 40%
मुंबई इंडियंस
मुंबई की हालत जैसे जैसे सीजन बढ़ रहा हैं और ख़राब होती जा रही हैं। कप्तान बदलने का फैसला इस कदर टीम के परफॉरमेंस को इफ़ेक्ट करेगा शायद ही मैनेजमेंट ने सोचा हो। शुरू के 8 में 5 मैच हारकर टीम आठवे स्थान पर बैठी हैं, और अगर यह टीम इसी स्थान के आस पास कही अपना सीजन ख़तम करे तो हैरानी नहीं होगी।
बचे हुए मैच – 6
Playoff के लिए चाहिए – 5 जीत और।
चान्सेस – 30%
पंजाब किंग्स
पंजाब का प्लेऑफ में पहुंचना लगभग लगभग मुश्किल हैं क्यूंकि यहाँ से उसे अपने बचे हुए सभी मैच जीतने होंगे। खेले गए 8 में से 6 हारकर इस वक्त पंजाब 9वे स्थान पर हैं।
बचे हुए मैच – 6
Playoff के लिए चाहिए – 6 जीत और।
चान्सेस – 10%
रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर
बैंगलोर टीम शायद पहली टीम होगी जो ऑफिशियली सबसे पहले इस रेस से बाहर होगी। चूँकि अभी RCB 14 अंक तक पहुंच सकती हैं और इतिहास में पहले भी कई टीम इस अंक पे Playoff पहुंची हैं तो कह सकते हैं की शायद कोई समीकरण ऐसा बन जाए की RCB 14 अंक लेकर Playoff खेले। हालांकि ऐसा होना लगभग नामुमकिन हैं। इसके लिए लिए RCB को दूसरी टीमों के रिजल्ट पर भी निर्भर रहना होगा।
बचे हुए मैच – 6
Playoff के लिए चाहिए – 7 जीत और (पर RCB के पास 6 ही मैच बचे हैं)
चान्सेस – 0.5% .